जेसीटी मिल श्रमिकों ने क्षेत्रीय पी.एफ. विभाग के खिलाफ मिल के गेट पर लगाया धरना * न्याय न मिला तो पी.एफ. कमिशनर का होगा घेराव : कमल सरोज * प्रशासन व पंजाब सरकार के नाम सौंपे ज्ञापन।।। विनोद शर्मा की रिपोर्ट

पंजाब
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फगवाड़ा।।। जेसीटी मिल मजदूरों ने आज क्षेत्रीय पी.एफ. कार्यालय जालंधर द्वारा जेसीटी मिल मालिकों एवं प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई न किये जाने के विरोध में मिल के गेट पर रोष धरना दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान शिवसेना यूबीटी के प्रदेश प्रेस सचिव कमल सरोज विशेष रूप से श्रमिकों को समर्थन देने पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए थापर कॉलोनी नगर पार्षद रवि सिद्धू और मजदूर नेता नवल किशोर सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय पीएफ जालंधर कार्यालय दिसंबर 2022 से जेसीटी मिल मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने में विफल रहा है। जेसीटी के पीएफ ट्रस्ट का हर तीन महीने में विभाग द्वारा ऑडिट किया जाता था, फिर भी 2022 से उनके द्वारा कोई सुधारात्मक उपाय नहीं किए गए। प्रत्येक निरीक्षण यात्रा के दौरान अधिकारियों ने कंपनी के गेस्ट हाउस में आतिथ्य का आनंद लिया। इस पी.एफ. घोटाले में विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए वक्ताओं ने कहा कि अधिकारी केवल जमा की गई राशि और प्रस्तुत किए गए चालान के आधार पर भुगतान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जबकि श्रमिकों के वेतन से कटौती की गई राशि को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने शिकायतों के पूर्ण एवं अंतिम निपटारे की भी मांग की तथा कहा कि सभी श्रमिकों के दावों के निपटारे के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है। आरपीएफओ जालंधर को मिल मालिक समीर थापर, मुकुलिका सिन्हा और अन्य ट्रस्टियों से राशि वसूल करनी चाहिए। धरना प्रदर्शन में मौजूद समूह मिल मजदूरों ने कहा कि मिल को बंद करना गैरकानूनी है, लेकिन न तो राज्य सरकार, न ही श्रम विभाग और न ही कारखाना विभाग ने मिल मालिकों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई की है। अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। इसको लेकर मिल मजदूरों में भारी आक्रोश है। पुलिस ने भी एफआईआर दर्ज करने की मात्र खानापूर्ति की है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की चुप्पी को लेकर भी प्रदर्शनकारियों में भारी रोष था। उन्होंने कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार राज्य में उद्योग को बढ़ावा देने की बात करती है, लेकिन दूसरी तरफ जेसीटी मिल फगवाड़ा और होशियारपुर के हजारों मजदूर अपनी नौकरी खो चुके हैं। इस बीच, ड्यूटी मजिस्ट्रेट राजीव उप्पल और एसएचओ सिटी गौरव धीर प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए मौके पर पहुंचे और मिल मजदूरों से उनका मांग पत्र लिया तथा उनकी मांगों को जायज बताते हुए सहानुभूति जताई और आश्वासन दिया कि वह उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचा देंगे। शिवसेना नेता कमल सरोज ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पी.एफ. विभाग ने दोषी मिल मालिकों, ट्रस्टियों व विभागीय अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की तो शिवसेना मजदूरों के हक में फगवाड़ा व होशियारपुर के सभी जे.सी.टी. मिल मजदूरों को साथ लेकर पी.एफ. कमिशनर का घेराव करेगी। इस अवसर पर उमेश गिरी, मदन मिश्रा, सत्य नारायण सिंह, बच्चू सिंह, देवनाथ सिंह, धीरज उपाध्याय, जतिंदर, राम ईश्वर, रविंदर यादव, रघुनाथ, पवन सिंह, राजिंदर वर्मा, रजनीश कंडा, राम कुमार, अनिल मिश्रा, संदीप कुमार, राम प्रवेश मिश्रा, शिव नारायण, विनोद सिंह, रिद्धि, रीना, ममता सिद्धू, शारदा देवी, मीनू पाल, डा. शिल्पा, सुनीता कौशल, गीता तिवारी आदि उपस्थित थे।

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