फगवाड़ा एक्सप्रेस न्यूज़ विनोद शर्मा।पंजाब सरकार सिविल मैं अच्छे इलाज के बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन लोगों को सिविल अस्पताल में अच्छा इलाज नहीं मिल रहा है 2:00 बजे ओपीडी के बाद स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी के कारण लोग बहुत ही परेशान हो रहे है आम जनता की परेशानी तो डॉक्टर समझते नहीं लेकिन एक पत्रकार के परिवारिक मेंबर को भी सिविल अस्पताल में अच्छा इलाज नहीं मिला सिविल हॉस्पिटल में बहअच्छा इलाज न मिलने के कारण ठोकरे खाकर अपने परिवार के मेंबर को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए चला गया बात यूं थी 4पत्रकार के एक परिवारिक मेंबर को बार-बार दस्त और बुखार की शिकायत थी जब वह 25 मई को इलाज के लिए शाम को सिविल अस्पताल में लेकर गया तो इमरजेंसी में डॉक्टर ने चेक कर कुछ दवाई पकड़ा दी और कहा एमडी डॉक्टर साहब सुबह मिलेंगे उनसे चेक करवा लेना क्योंकि शाम को इमरजेंसी और सिविल हॉस्पिटल में एमडी डॉक्टर की उपलब्धि नहीं है पत्रकार के कहने पर डॉक्टर ने इमरजेंसी के रूप में md डॉक्टर को नहीं बुलाया और ना दाखिल किया पत्रकार के परिवारिक मेंबर की तबीयत खराब हो गई और पत्रकार शाम को परेशान होकर अपने पारिवारिक मेंबर को लेकर मजबूर होकर प्राइवेट हॉस्पिटल की शरण में चला गया और प्राइवेट हॉस्पिटल में उसने इलाज करवाया बता दें कि केवल पत्रकार ही नहीं ओपीडी के समय के बाद सिविल अस्पताल में मरीज को अच्छा इलाज नहीं मिल रहा सरकार ने 24 घंटे डॉक्टरो के रहने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर क्वार्टर तो बना दिए लेकिन ना तो डॉक्टर वहां पर रहते हैं और ना ही सरकार कोई ऐसा कदम उठाती है जिससे गरीब मरीज को अस्पताल में 24 घंटे सुविधा मिल सके मशीनों की सुविधा तो बहुत है लेकिन उसके साथ-साथ डॉक्टर को भी ईमानदारी से मरीज का इलाज करना चाहिए
पत्रकार ने सुनाई अपनी दुख भरी दास्तान कैसे हुआ सिविल अस्पताल में खजल खबार क्यों ली उसने प्राइवेट अस्पताल की शरण।। पढ़िए खबर फगवाड़ा एक्सप्रेस न्यूज़ पर विनोद शर्मा की रिपोर्ट
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